new short stories, आजमगढ़ का पुल एतिहासिक कहानी।

क्या आप new short stories, आजमगढ़ का पुल एतिहासिक कहानी। रुचि रखते हे तो ये कहानी सिर्फ आप के लिए भौतिक कहानी जरूर पढ़े।

दोस्तो ये कहानी हे आजमगढ़ के एक शहर की आज से 82 साल पहले आजमगढ़ में एक पुल बनाया गया था जिस का निर्माण अंग्रेजों ने किया था और उस पुल में हमारे बहुत से भारतीय लोगों ने पुल को बाने में मदत की थी।

best Post,

Short love stories 2025,

short love story for girlfriend,

short love story in hindi,

short stories in english for students,

very short stories with moral,

और बो पुल बनके पूरे 6 साल में कंपलीट हो गया था। और उस के बाद आजमगढ़ के लोगों को बहुत शुभदा हो गई थी क्योंकि जो भी जंगल में काम करने जाते या जंगल के रस्ते से कही जाते तो उन को पहाड़ों से होकर नहीं जाना पड़ता था।

new short stories, आजमगढ़ का पुल एतिहासिक कहानी।

और अगर बात करे अंग्रेजों की तो उन्होंने ये पुल इस लिए बनाया था के उन की गाड़ी जंगल में नहीं जा पाती थी और नहीं बो जंगल में शिकार खेलने जा पाते थे।

और फिर समय के साथ हमारे देश का हर एक बच्चा जागरूक हो गया और इस के बाद अंग्रेजों को हमारा भारत छोड़ के जाना पड़ा ओर फिर हम भारत के बड़े बड़े जमींदारों के गुलाम बन गए और अब हमारा भारत तो आजाद हो गया था।

image_search_1744642135575-1-300x169 new short stories, आजमगढ़ का पुल एतिहासिक कहानी।

लेकिन हमारे भारत में कुछ अग्रेजों के चमचे रह गए थे जिन के पास काफी ज्यादा पैसा ओर जमीनें रह गई थी इस लिए अब बो आम आदमी पर राज्य करने लगे और जमींदार बन गए और कई साल उन लोगों ने गरीब किसान और गरीब लोगों पर राज्य किया।

और फिर उस के बाद हमारे भारत देश के हर एक गरीब इंसान और न्यू युवक पड़ने लगे तो उन में समझ आ गई और समय के साथ फिर जमीनदार के भी राज पाठ खत्म से हो गए और अब हमारा भारत आजाद हो गया और हर एक इंसान को अपने मन का मालिक बनने की अनुमति मिल गई।

new short stories, आजमगढ़ का पुल एतिहासिक कहानी।

और अब हर गरीब इंसान अपने हिसाब से जीने लगा कर फिर लोगों ने भारत देश की जो फालतू जमीनें पड़ी थी उन को उपजाऊ बनाया ओर खुद खेती कर के अपना ओर अपने परिवार का बसेरा करने लगे ।

और समय के साथ जो अग्रेजों के जमाने का पुल बना हुआ था बो काफी उड़ना होने लगा और फिर हमारे देश की सरकार ने उस पुल को सही करने के लिए उस में सुधार लाने के लिए काम शुरू करने और इसे करने में काफी दिन लग गए।

उस पुल का काम सुलेमान को दिया गया था और उस पुल की मरम्मत के लिए सुलेमान ठेका ले रखा था और सुलेमान को जल्दी से जल्दी अपने काम को खत्म करना था।

और एक दिन दुपहरी में काम चल रहा था तो एक मजदूर के हाथ में एक हड्डी आ गई और जब उस मजदूर ने उस हड्डी को देखा तो पता चला के ये हड्डी किसी जानवर की नहीं बल्कि किसी इंसान की हे।

new short stories, आजमगढ़ का पुल एतिहासिक कहानी।

और ये देख कर सारे मजदूरों में हड़कंप मच गया और अब मजदूर। बहा पर काम करने से मन करने लगे और तभी सुलेमान ने सारे मजदूर को समझाया और कहा तुम लोग परेशान मत हो हम चल के देखते हे और हम खुद तुम लोगो के साथ काम करेंगे।

और ये सुन के मजदूर सुलेमान के साथ काम करने के लिए मान गए और फिर शाम होते ही सब मजदूर अपने अपने घर चले गए और तभी सुलेमान ने इस बात को भारत सरकार तक पहुंचाई और उने बताया गया के पुल में ऐसा कुछ दिखाई दिया।

image_search_1744642129905-1-300x168 new short stories, आजमगढ़ का पुल एतिहासिक कहानी।

तो बहा से ख़बर आई के पुराने समय में जब पुल बनाया जाते थे तो उन पुल में किसी एक की बलि दी जाती थी ताकि पुल बनने में कोई समय नहीं आय ओर शायद ये हड्डी भी बलि के इंसान की होगी तो तुम सब को परेशान नहीं होना हे अच्छे से काम खत्म करो ।

और ये बात सु। के सुलेमान के दिमाक में बात आ जाती हे। ओर फिर दूसरे दिन सुलेमान खुद उस पुल के नीचे वाले हिस्से में कम करने के लिए जाता ओर सुलेमान ने सोच लिया था के कही अगर मजदूर लोगों को उस बलि के इंसान कीबोर हड्डी मिल गई तो बो बहा से भाग जाएंगे और मेरा ठेका अधूरा रह जाएगा।

इस लिए अब पुल के नीचे का जो टूटा हुआ हिस्सा था वो खुद सुलेमान जोड़ने लगा लेकिन तभी कुछ इस हुआ के सब लोगों की आंखे खुली रह गई और भारत सरकार भी उस पुल के पास भागी चली आई।

new short stories, आजमगढ़ का पुल एतिहासिक कहानी।

पुल बनने का काम तो चल ही रहा था के अचानक पुल के नीचे का हिस्सा गिर जाता हे और उस में से सैकड़ों लोगों के कंकाल बाहर आ जाते हे और इस से पहले के कोई कुछ समझ पाया के इस पुल के ओर भी पिलर टूट जाते हे ओर उन में से सोने का बिस्किट और ढेर सारा सोना  इकल पड़ा ।

और उसे देख मजदूर उस के पास आय ओर फिर सुलेमान ने भारत सरकार को खबर कर दी और सारे मजदूर ने मिल के पूरे पुल को गिरा दिया और उस में से 140 मजदूरों के कंकाल बरामत हुए कर साथ में ही 600 किलो सोना मिला ।

जिसे देख पूरे भारत में हड़कंप मच गया और इतना सोना देखने के लिए दूर दूर से लोग आने लगे और फिर भारत सरकार ने बहुत बड़ा फैसला लिया के इस पुल को पूरा तोड़ने के बाद दुबार बनाया जायेगा।

और उस के सत्व ये भी पता चला के जा। उस समय भारत में अग्रेजों का राज्य था तब इस पुल को बनाया गया था और जितने मजदूर ने मिल कर इस पुल को बनाया था उन सब को मार कर इस पुल में ही उन सब की समाधि के साथ इतना लुटा हुआ सोना दफना दिया था।

लोट उस के बाद इस सोने को अंग्रेज नहीं निकल पाए और भारत छोड़ के जाना पड़ा और फिर भारत सरकार ने कई महीनों के बाद फिर से एक नया पुल बनाया कर अब फिर से एक बार बो पुल लोगो के लिए चालू हो गया ।।

दोस्तो हम ये कहानी अपने मन से लिखते हे इस में एक परसेंट भी सच्चाई नहीं होती ये कहानी सिर्फ एक मनगढ़ंत कहानी होती हे आप इस कहानी को सिर्फ एक कहा के रूप में देख सकते हे इस से जायदा कुछ भी नहीं ।

और अगर आप को मेरी लिखी हुए कहानी पसंद आती हो तो शेयर करे और वेबसाइट को फॉलो करना न भूले। 

new short stories, आजमगढ़ का पुल एतिहासिक कहानी। Short stories, romantic short stories, old short story in Hindi, short story in Hindi, new short stories 2025, new short horror story, new short love story, new 2025 short stories, new short stories 2025 in Hindi,

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

1 comment

Post Comment